6
- “ऐ अल्लाह! तू मेरे बीच और मेरे गुनाहों के बीच ऐसी दूरी कर दे जैसी दूरी तूने पूरब और पश्चिम के बीच की...
- “ऐ अल्लाह! ऐ जिबराईल, मीकाईल और इसराफ़ील के मालिक! आकाशों और धरती के रचयिता, परोक्ष और प्रत्यक्ष के...
- “मैंने एकाग्रचित होकर अपना चेहरा उस अस्तित्व की ओर कर लिया, जिसने आसमानों और ज़मीन को बनाया और मैं मु...
- “ऐ अल्लाह हमारे पालनहार! तू पाक है और हम तेरी प्रशंसा करते हैं ऐ अल्लाह! मुझे क्षमा कर दे” (यह दुआ र...
- “ऐ अल्लाह! मैं तेरे क्रोध से तेरी प्रसन्नता की और तेरी सज़ा से तेरी क्षमा की शरण चाहता हूँ तथा मैं त...
- “ऐ अल्लाह मेरे थोड़े और अधिक, पहले और पिछले, खुले और छिपे, सभी पापों को क्षमा कर दे” (यह दुआ सज्दे म...
- “ऐ अल्लाह! मेरे दिल में प्रकाश पैदा कर दे, मेरी ज़बान में प्रकाश पैदा कर दे, मेरे कान में प्रकाश पैद...
- “ऐ अल्लाह! मैं जहन्नम की यातना से, और क़ब्र की यातना से, और जीवन और मृत्यु के फित्ने से, तथा मसीह दज्...
- “ऐ अल्लाह! तू अपने ज़िक्र (जप), अपने शुक्र और अच्छे ढंग से अपनी इबादत पर मेरी मदद कर” (यह दुआ अंतिम त...
- “ऐ अल्लाह! मुझे क्षमा कर दे, जो मैंने पहले किया और जो मैंने पीछे किया, और जो मैंने छिपा कर किया और ज...
- “ऐ अल्लाह मैं तेरी पनाह माँगता हूँ गुनाह और क़र्ज़ (ऋण) से” (यह दुआ अंतिम तशह्हुद में सलाम फेरने से...
- “ऐ अल्लाह! मैं तुझसे जन्नत माँगता हूँ और मैं जहन्नम से तेरी शरण लेता हूँ” (यह दुआ अंतिम तशह्हुद में...
- “ऐ अल्लाह! मैं कंजूसी से तेरी पनाह चाहता हूँ और मैं कायरता से तेरी पनाह चाहता हूँ और मैं इससे तेरी प...
- “ऐ अल्लाह मैंने अपनी जान पर बहुत ज़ुल्म किया और तेरे सिवा कोई दूसरा गुनाहों को माफ़ नही कर सकता इसलि...
- “ऐ अल्लाह! मुझसे आसान (सरसरी) हिसाब ले” (यह दुआ नमाज़ में पढ़ना धर्मसंगत है इसलिए इसे सज्दे में या अ...
- “ऐ मेरे पालनहार! तू मुझे उस दिन अपनी यातना से बचा, जिस दिन तू अपने बंदों को उठाएगा” (यह दुआ नमाज़ मे...