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«اللَّهُمَّ حَاسِبْنِي حِسَابًا يَسِيرًا»
{وهو دعاء يُشرع قوله في الصلاة فيقال في السجود أو بعد التشهد الأخير قبل السلام}

“अल्लाहुम्मा ह़ासिब्नी हिसाबन यसीरा”

“ऐ अल्लाह! मुझसे आसान (सरसरी) हिसाब ले”

(यह दुआ नमाज़ में पढ़ना धर्मसंगत है इसलिए इसे सज्दे में या अंतिम तशह्हुद में सलाम फेरने से पहले पढ़ना चाहिए)

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