7 ﴿رَبِّ إِنِّي ظَلَمْتُ نَفْسِي فَاغْفِرْ لِي﴾ [القصص: ۱٦] “ऐ मेरे पालनहार! निश्चय मैंने अपने आप पर ज़ुल्म किया अतः तू मुझे क्षमा कर दे” [अल-क़सस : 18]