6 ﴿رَّبِّ اغْفِرْ وَارْحَمْ وَأَنتَ خَيْرُ الرَّاحِمِينَ﴾ [المؤمنون: ۱۱٨] “ऐ मेरे रब! मुझे क्षमा कर दे और दया कर तू तो दया करने वालों में सबसे अधिक दया करने वाला है” [अल-मूमिनून : 118]