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﴿رَبِّ أَعُوذُ بِكَ مِنْ هَمَزَاتِ الشَّيَاطِينِ ٩٧ وَأَعُوذُ بِكَ رَبِّ أَنْ يَحْضُرُونِ ٩٨﴾ [المؤمنون: ٩٧-٩٨]
“ऐ मेरे पालनहार! मैं शैतान की उकसाहटों से तेरी शरण चाहता हूँ और ऐ मेरे पालनहार! मैं इससे भी तेरी शरण चाहता हूँ कि वे (शैतान) मेरे पास आएँ”