11 ﴿مَسَّنِي الضُّرُّ وَأَنْتَ أَرْحَمُ الرَّاحِمِينَ﴾ [الأنبياء: ٨۳] “मुझे तकलीफ़ पहुँची है, और तू दया करने वालों में सबसे बढ़कर दयावान् है” [अंबिया : 83]