10 ﴿رَبِّ اشْرَحْ لِي صَدْرِي ٢٥ وَيَسِّرْ لِي أَمْرِي ٢٦﴾ [طـه: ٢٥-٢٦] “ऐ मेरे पालनहार! मेरे लिए मेरा सीना खोल दे और मेरे लिए मेरा काम आसान कर दे” [ताहा : 25-26]