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«سُبْحَانَكَ مَا أَعْظَمَكَ رَبَّنَا»

“सुब्ह़ानका मा आज़मका रब्बना”

“तू हर दोष से पाक है, ऐ हमारे पालनहार तू कितना महान है”

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