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«لَا إِلَهَ إِلَّا اللهُ الْعَظِيمُ الْحَلِيمُ، لَا إِلَهَ إِلَّا اللهُ رَبُّ الْعَرْشِ الْعَظِيمِ، لَا إِلَهَ إِلَّا اللهُ رَبُّ السَّمَاوَاتِ وَرَبُّ الْأَرْضِ وَرَبُّ الْعَرْشِ الْكَرِيمِ»
{وهو من أدعية الكرب والهم}

“ला इलाहा इल्लल्लाहुल अज़ीमुल हलीम, ला इलाहा इल्लल्लाहु रब्बुल अर्शिल अज़ीम, ला इलाहा इल्लल्लाहु रब्बुस समावाति व-रब्बुल अर्ज़ि व-रब्बुल अर्शिल करीम”

“अल्लाह के अलावा कोई इबादत के योग्य नहीं, जो बड़ी महिमा वाला, सहनशील है अल्लाह के अलावा कोई इबादत के योग्य नहीं, जो बड़े अर्श का रब है अल्लाह के अलावा कोई इबादत के योग्य नहीं, जो आसमानों का रब और धरती का रब और अर्शे करीम का रब है”

(यह वेदना और चिंता की दुआओं में से है)

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