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- 7 बार सूरतुल-फातिह़ा पढ़नामैं अल्लाह की शरण में आता हूँ धिक्कारे हुए शैतान सेशुरू अल्लाह के नाम से ज...
- एक बार आयतुल कुर्सी पढ़ना"अल्लाह ही सच्चा पूज्य है, जिसके अलावा कोई पूज्य नहीं, जो परम जीवित, सब का थ...
- सूरतुल इख्लास और मुऔवज़तैन यानी सूरतुल फ़लक़ और सूरतुन्नास पढ़ना, फिर दोनों हथेलियों में फूँककर दर्द की...
- “ऐ अल्लाह, लोगों के पालनहार! कष्ट (बीमारी) को दूर कर दे, और आरोग्य प्रदान कर, तू ही आरोग्य प्रदान कर...
- “अल्लाह के नाम से, हमारी भूमि की मिट्टी, हम में से किसी की थूक के साथ, इससे ठीक हो जाए हमारा बीमार,...
- “अल्लाह के नाम से”“मैं अल्लाह और उसकी शक्ति की शरण लेता हूँ उस चीज़ की बुराई से जो (दर्द) मैं महसूस...
- “मैं अल्लाह के परिपूर्ण शब्दों (यानी उसके सुंदर नामों एवं सर्वोच्च विशेषताओं) के द्वारा शरण लेता हूँ...
- “मैं अल्लाह के परिपूर्ण शब्दों (यानी उसके सुंदर नामों एवं सर्वोच्च विशेषताओं) के द्वारा शरण लेता हूँ...
- “मैं अल्लाह की शरण चाहता हूँ जिसके महान नाम के उल्लेख के साथ धरती और आकाश में कोई चीज़ नुक़सान नहीं प...
- “मैं अल्लाह के नाम से तुझ पर दम (झाड़-फूँक) करता हूँ हर उस चीज़ से जो तुझे कष्ट पहुँचाती है, हर आत्मा...
- “मैं महान सिंहासन (अर्श) के मालिक महामहिम अल्लाह से प्रार्थना करता हूँ कि वह तुम्हें निरोग (स्वस्थ)...
- रुक़्या (झाड़-फूँक) में कुछ शर्तों और चेतावनियोँ का ध्यान रखना चाहिए, जो ये हैं :1- रुक़्या क़ुरआन औ...