5

(بِسْمِ اللَّهِ، تُرْبَةُ أَرْضِنَا، بِرِيقَةِ بَعْضِنَا، يُشْفَى سَقِيمُنَا، بِإِذْنِ رَبِّنَا)
{يضع من ريق نفسه على أصبعه ثم يضعه على التراب ثم يمسح به موضع الألم أوالجرح ويقول الدعاء}

“बिस्मिल्लाह, तुर्बतो अर्ज़िना, बि-रीक़ति बा’ज़िना, युश्फ़ा सक़ीमुना, बि-इज़्नि रब्बिना”

“अल्लाह के नाम से, हमारी भूमि की मिट्टी, हम में से किसी की थूक के साथ, इससे ठीक हो जाए हमारा बीमार, हमारे पालनहार की आज्ञा से”

(वह अपनी थूक को अपनी उंगली पर लगाए, फिर उसे मिट्टी पर डाले, फिर उसके साथ दर्द या घाव की जगह पर फेरे और यह दुआ पढ़े)

5/12