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(اللَّهُمَّ رَبَّ النَّاسِ أَذْهِبِ البَاسَ، اشْفِ أَنْتَ الشَّافِي، لاَ شِفَاءَ إِلَّا شِفَاؤُكَ، شِفَاءً لاَ يُغَادِرُ سَقَمًا)
{يمسح بيده اليمنى على الألم أوالمريض ويقول الدعاء}

अल्लाहुम्मा रब्बन्नास, अज़्हिबिल्बास वश्फ़ि अन्तश्शाफ़ी, ला शिफ़ाआ इल्ला शिफ़ाउक्, शिफ़ाअन् ला युग़ादिरो सक़मा

“ऐ अल्लाह, लोगों के पालनहार! कष्ट (बीमारी) को दूर कर दे, और आरोग्य प्रदान कर, तू ही आरोग्य प्रदान करने वाला है, तेरे आरोग्य के अलावा कोई आरोग्य नहीं, ऐसा आरोग्य (स्वास्थ्य) प्रदान कर कि कोई बीमारी बाक़ी न रहे”

(वह दर्द या रोगी पर अपना दाहिना हाथ फेरे और यह दुआ पढ़े)

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