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«بِاسْمِ اللهِ أَرْقِيكَ، مِنْ كُلِّ شَيْءٍ يُؤْذِيكَ، مِنْ شَرِّ كُلِّ نَفْسٍ أَوْ عَيْنِ حَاسِدٍ، اللهُ يَشْفِيكَ بِاسْمِ اللهِ أَرْقِيكَ»

“बिस्मिल्लाहि अर्क़ीक, मिन् कुल्लि शैइन् यू'ज़ीक, व मिन् शर्रि कुल्लि नफ़्सिन् औ ऐ़नि ह़ासिदिन्, अल्लाहु यश्फ़ीक, बिस्मिल्लाहि अर्क़ीक”

“मैं अल्लाह के नाम से तुझ पर दम (झाड़-फूँक) करता हूँ हर उस चीज़ से जो तुझे कष्ट पहुँचाती है, हर आत्मा की बुराई या ईर्ष्या करने वाले की आँख (बुरी नज़र) से, अल्लाह तुझे शिफा दे, मैं अल्लाह के नाम से तुझ पर दम करता हूँ”

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