3
वह दोनों हाथों को उठाए
इन दोनों सुन्नतों का प्रमाण अब्दुल्लाह बिन अब्बास रज़ियल्लाहु अन्हुमा की हदीस है, उन्होंने कहा : “मुझे उमर बिन अल-खत्ताब रज़ियल्लाहु अन्हु ने बताया : “जिस दिन बद्र की लड़ाई हुई, अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने मुश्रिकों को देखा कि वे एक हज़ार हैं, और आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के साथी तीन सौ उन्नीस हैं तो अल्लाह के नबी ने क़िबला की ओर मुँह किया, फिर अपने दोनों हाथ फैलाए और अपने पालनहार को पुकारने लगे : “ऐ अल्लाह! उसे पूरा कर दे, जो तू ने मुझसे वादा किया है ऐ अल्लाह! जो तूने मुझसे वादा किया है, उसे प्रदान कर दे..”