1

(لَا إِلَهَ إِلَّا اللَّهُ وَحْدَهُ لَا شَرِيكَ لَهُ، لَهُ الْمُلْكُ وَلَهُ الْحَمْدُ، وَهُوَ عَلَى كُلِّ شَيْءٍ قَدِيرٌ)
{۱۰ مرات}

“ला इलाहा इल्लल्लाहु वह़्दहू ला शरीका लहू, लहुल्-मुल्कु व लहुल्-ह़म्दु व हुवा अला कुल्लि शैइन् क़दीर”

“अल्लाह के अतिरिक्त कोई सच्चा पूज्य नहीं, वह अकेला है, उसका कोई साझी नहीं उसी का राज्य है और उसी के लिए सब प्रशंसा है और वह हर चीज़ पर सर्वशक्तिवान है”

10 बार

0/10

1/12